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तुम चाहती थी

 

तुम कहती थी ना

काश मुझे पहले मिले होते 

गिला मुझे इस बात का है 

जब मैं मिला रिश्तेदारी तोड़ दी 

तुम चाहती थी ना

मुझे तुमसे कोई बेहतर मिले 

खैर तुमसे बेहतर कोई नहीं 

लो मैंने वक़्तसे उम्मीद छोड़ दी 

तुम चाहती थी ना 

अब हम कभी नहीं मिलेंगे 

तुमने मुझे छोड़ दिया 

लो मैंने मेरी दुनियाही छोड़ दी 

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Written by Paresh Kale

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