जश्न
By pareshkale on मन मोकळे from feedproxy.google.com
टूटे आईनेको जोडकर एक तसविर बनाऊसैकड़ो अक्सोका का जश्न आज मैं मनाउखोया तुझे कई बार, अब रुक्सत न चाहूतेरा जुनून मेंरा फितूर आज मै मनाउमंजिले जुदा है पर कुछ कदम साथ चलुमुख़्तसर सफर जिंदगीभर मै मनाउमौसम बदलते रहेंगे, उन्हें न रोक सकुतेरे जानेसे पहले रुत ए बहार मै मनाउमोड़ बदलती रहती है जिंदगी, सोचुऔर एक मुलाक़ात का जश्न कभी मै मनाउ