अच्छी बात
By pareshkale on मन मोकळे from feedproxy.google.com
मेरी तरफ देख तेरा मुस्कुराना अच्छी बात नहींमरे हुए नादानको और मारना अच्छी बात नहींहिसाब रखता हूं मैं तेरे साथ बिताए हर पलका वक्तकी तिश्नगीको प्यासा रखे अच्छी बात नहींदराज-तर सफर बहुत कठिन है मगर तेरे सिवा बिना कोशिश अलविदा कहना अच्छी बात नहींहूँ वाकिफ तेरे रूह के रग रग से ऐ मेरे हमनवापर मैं तुम्हें अबभी अनजान हु अच्छी बात नही